
जमशेदपुर : एनएसयूआइ के सात नेताओं के निष्कासन के मुद्दे को लेकर भाजपा गर्मा गयी है. जय श्रीराम का पोस्ट करने के कारण यह कार्रवाई करने की बातें सामने आयी थी. भाजपा के जमशेदपुर महामंत्री राकेश सिंह ने कहा है कि पूर्वी सिंहभूम जिला एनएसयूआई के अधिकारिक ग्रुप में जय श्री राम बोलने पर सात कांग्रेस कार्यकर्ताओं के निष्कासन को भाजपा ने दुर्भाग्यपूर्ण और दुःखद है. भाजपा महानगर के जिला महामंत्री राकेश सिंह ने ऐसी कार्रवाई को तुष्टिकरण को बढ़ावा देने वाला बताया. उन्होंने प्रेस-रिलीज जारी कर कहा कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के बाद अब झारखंड में भी कांग्रेस पार्टी को जय श्री राम के नारे से आपत्ति हो गयी है. यह कार्रवाई दर्शाता है कि कांग्रेस पार्टी तुष्टिकरण की कितनी बड़ी पोषक है. राम के देश में राम का नाम लेने पर देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं को तीन साल के लिए निष्काषित कर दिया है. कहा कि कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं ने करोड़ों हिन्दू के आराध्य प्रभु श्रीराम जी के अस्तित्व पर सवाल उठाकर उनका अपमान लगातार किया है. इस प्रकार की कार्रवाई ने साबित कर दिया कि कांग्रेस केवल तुष्टिकरण की राजनीति करती है और उनके डीएनए में हिन्दू विरोध शामिल है. राकेश सिंह ने कहा कि झारखंड को बंगाल बनने नहीं देंगे, प्रभु श्री राम के नारे से जिनके पेट में दर्द होता है, वे किसी और देश में शरण ले लें। साथ ही कहा कि कांग्रेस की हिन्दुविरोधी मानसिकता उसके पतन का सबसे बड़ा कारण बनेगा. दूसरी ओर, जमशेदपुर एनएसयूआइ की अध्यक्ष रोज तिर्की ने माहौल गर्माता देख अपना नया बयान दिया है. उन्होंने कहा कि धार्मिक नारे लगाने के विरोध में कार्रवाई की बात सरासर गलत है. यह विशुद्ध रूप से अनुशासनहीनता के खिलाफ की गई कार्रवाई है. इसे सांप्रदायिक रंग देकर कुछ लोग अपना निजी स्वार्थ सिद्ध करना चाहते हैं. कुछ लोग काफी लंबे समय से संगठन के अंदर रहकर संगठन को तोड़ने की कोशिश कर रहे थे. इसे किसी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता. वैसे रोज तिर्की ने इससे पहले कहा था कि विशेष समुदाय को लेकर लगातार पोस्ट करने के लिए यह कार्रवाई की गयी है और अनुशासनहीनता भी एक मामला है.