जमशेदपुर : जागदी जमीर वालों की ओर से साकची गुरुद्वारा में रविवार की शाम गुरमत समागम में किसान आंदोलन के सूरमा जगसीर सिंह उर्फ जग्गी बाबा जमकर गरजे. मौका था भाई सुबेग सिंह व सहबाज सिंह की शहादत को समर्पित विशेष समागम काउन्होंने युवा पीढ़ी को दस्तार के महत्व से रू-ब-रू कराया. समागम में जुटे नौजवानों को संबोधित करते हुए जग्गी बाबा ने कहा कि पगड़ी हमारी जान है. इसे चंद मीटर का कपड़ा ना समझें. ये हमारे लिए ताज के समान हैं. हमें ये ताज गुरु गोबिंद सिंह बख्शा है. उन्होंने जात-पात से ऊपर उठकर एक निशान साहिब में इक्टठे रहने की अपील की. जग्गी बाबा ने कहा की चाहे कोई हिंदू है, चाहे मुसलमान. सब को एक बराबर प्यार दें, क्यों की गुरु नानक साहिब के घर में सब बराबर हैं. जगसीर सिंह जग्गी बाबा के साथ आए जगदीप सिंघ जग्गा ने आनंद कारज (विवाह) में छपने वाले कार्ड में गुरवाणी नहीं छापने की अपील सिख कौम से की. उन्होंने कहा की आनंद कारज सादगी भरे होने चाहिए. इससे पूर्व समागम की शुरुआत सोदर रहिरास साहिब की बाणी पड़ कर हुई, जो की जागदी जमीर के मंदीप सिंह ने पड़ी. उसके बाद साकची के हजुरी रागी जत्था गुलाल सिंह ने जौ तो प्रेम खेलन का चाओ, सूरबिर बचन के बली पड़ कर संगत को निहाल किया. (नीचे भी पढ़ें)
रिफ्यूजी कोलनी की तवलीन कौर ने वडे मेरे साहिबा वड्डी तेरी वडयाई…, झिम-झिम वरसे अमृत धारा… शब्द पढ़ कर कर संगत को गुरु भक्ति में लीन कर दिया. जागदी जमीर के मेंबर मंदीप सिंह ने भई दया सिंह एवं गुरु गोबिंद सिंह जी के ऊपर सवाल जवाब कविता संगत को सुनाई. शहर के प्रचारक हरविंदर सिंघ जमशेदपुरी ने भाई सूबेग सिंह व सहबाज सिंह के जीवन में प्रकाश डाला. उन्होंने कहा की सूबेग सिंह, सबाज सिंह के पिता थे. दोनों को चरखड़ी में चढ़ा कर शहीद कर दिया गया था. पर वो धर्म के प्रति अडोल रहे. सदस्य सरवन सिंघ चाहल ने जमशेदपुर के तमाम गुरु घर के सेवादारों से अपील की है की वो जागदी जमीर का साथ दें, ताकि हर गुरुद्वारा साहिब में इस तरीके के उपराले (आयोजन) किए जा सकें. आखिरी में सदस्यों द्वारा पंजाब से आए जगसीर सिंह उर्फ जग्गी बाबा को कौम का हीरा अवार्ड दे कर सम्मानित किया गया. सदय रोहित दीप सिंह ने सभी ने सभी गुरुद्वारा कमेटियों एवं समूह संगत का धन्यवाद किया. इस दौरान संगत के बीच गुरु का अटूट लंगर भी वितरित किया गया.
इनका रहा सहयोग : समागम को सफल बनाने में साकची गुरुद्वारा के कार्यकारी प्रधान हविंदर सिंह मंटू, सोनारी के तारा सिंह गिल, ब्लू डायमंड होटल के मालिक मनजीत सिंह, निशान सिंह, सितरामडेरा के सुरजीत सिंह, संस्था के गुरप्रीत सिंह, सरबजीत सिंह, ओंकार सिंह, मनमीत सिंह, अरविन्दर सिंह, जसप्रीत सिंह, शमशेर सिंह, परमजीत सिंह चाहल, मंदीप सिंह, तारा सिंह. राहुल सिंह, प्रीत सिंह, हरविंदर सिंह, करणदीप सिंह, शरणजीत सिंह, अवतार सिंह, हरदेव सिंह कुकू, जगदीप सिंह, गुरदीत सिंह, लवप्रीत सिंह आदी का सहयोग रहा.