जमशेदपुर : टाटा स्टील ने भारत के प्रमुख बिजनेस स्कूल (बी-स्कूलों) के लिए अपने बहुप्रतीक्षित वार्षिक बिजनेस चैलेंज ’स्टील-ए-थॉन’ के सीजन-8 के विजेताओं की घोषणा की. 7 अक्टूबर, 2021 को आयोजित वर्चुअल ग्रैंड फिनाले के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ, जहां नेशनल फाइनलिस्ट में जगह बनाने वाली कुल 9 टीमों ने जूरी के समक्ष अपने बिजनेस केस सॉल्यूशन प्रस्तुत किए. टाटा स्टील के वीपी सप्लाइ चेन पीयूष गुप्ता, चीफ मार्केटिंग एंड सेल्स फ्लैट प्रोडक्ट प्रवीण श्रीवास्तव, और कंपनी के चीफ ग्रुप एचआरआइआर जुबिन पालिया की अध्यक्षता वाले जूरी में टाटा स्टील के वरीय प्रबंधन शामिल थे. स्टील-ए-थॉन 2021 में भारत के लगभग 27 प्रमुख बी-स्कूलों से तीन-तीन सदस्यों की टीम के रूप में पंजीकृत 5800 से अधिक विद्यार्थियों की रिकॉर्ड भागीदारी देखी गई. प्री-फिनाले के लिए कुल 1170 से अधिक टीमों ने एक्जीक्यूटिव समरी प्रस्तुत किया. प्रविष्टियों की कठोर परीक्षा के बाद, प्री-फ़ाइनल राउंड के लिए 40 टीमों का चयन किया गया. आखिर में 9 टीमों ने फाइनल में जगह बनाई. कोविड-19 महामारी के मद्देनजर ’स्टील-ए-थॉन’ का समापन एक वर्चुअल ग्रैंड फिनाले में हुआ, जिसमें शीर्ष 9 टीमों यानी नेशनल फाइनलिस्टों ने दृढ़ संकल्प, जुनून और नये आइडिया का प्रदर्शन किया. टीमों ने अपनी योग्यता साबित करने के लिए प्रतिस्पर्धा की और टाटा स्टील द्वारा दी जाने वाली पुरस्कार राशि, प्रमाण पत्र और प्लेसमेंट ऑफर के अलावा खिताब पर अपना दावा ठोका. फाइनलिस्टों ने नौ ‘रियल लाईफ बिजनेस केस स्टडीज’ पर काम किया और जूरी के सामने अपने अभिनव समाधान प्रस्तुत किए. प्रस्तुत किए गए नौ समाधानों में से,दो टीमों ने प्रोक्योरमेंट वसप्लाई चेन (ऑपरेशंस), तीन टीमों ने मार्केटिंग वसेल्स, दो टीमों ने ह्यूमैन रिसोर्स और दो टीमों ने कॉर्पोरेट कम्युनिकेशंस पर केस स्टडी के लिए समाधान प्रस्तुत किए.
टाटा स्टील के वीपी सप्लाइ चेन पीयूष गुप्ता और जूरी के सदस्यों ने कहा कि प्रत्येक गुजरते साल के साथ, प्रमुख बी-स्कूलों के ज्यादा से ज्यादा आकांक्षी छात्र-छात्राएं स्टील-ए-थॉन के साथ जुड़ रहे हैं. यह मंच उन्हें अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने और अपने पियर्स से सीखने का एक बड़ा अवसर प्रदान करता है. इस वर्ष की कुछ प्रस्तुतियां वास्तव में सर्वश्रेष्ठ इनोवेशन और बिजनेस थिंकिंग थीं. हम स्टील कंपनी मंर युवा प्रतिभाओं का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं और एक बेहतर कल के निर्माण में उनकी भागीदारी की आशा करते हैं. टाटा स्टील की वीपी एचआर अतरई सरकार ने कहा कि हमें इस संस्करण में रिकॉर्ड भागीदारी देख कर खुशी हो रही है. यह स्टील-ए-थॉन बिजनेस चैलेंज की बढ़ती लोकप्रियता और पिछले आठ वर्षों में इसके विकास का प्रमाण है. प्रतिभाशाली युवा मस्तिष्कों, शिक्षाविदों और कॉर्पोरेट के बीच इस तरह के अद्भुत सहयोग को देखकर खुशी हो रही है. मैं विजेताओं को बधाई देती हूं और इस अविश्वसनीय यात्रा को संभव बनाने में शामिल सभी प्रतिभागियों, जूरी और अन्य सभी के प्रति आभार व्यक्त करती हूं. विजेता टीम को एक ट्रॉफी के साथ 2,50,000 रुपये की पुरस्कार राशि मिली. फर्स्ट और सेकेंड रनरअप को क्रमशः 1,50,000 रुपये और 1,00,000 रुपये के नकद पुरस्कार प्रदान किए गए. इन टीमों को पीपीओ (प्री-प्लेसमेंट ऑफर) और सर्टिफिकेट भी मिले. सभी नेशनल फाइनलिस्ट को कंपनी के इंस्पायर प्रोग्राम के तहत 30,000 रुपये, एक प्रमाण पत्र और इंटर्नशिप के अवसर दिए गए.
विजेता
टीम का नाम : विंग्स ऑफ स्टील, कैंपस का नाम : एक्सआईएमबी, भुवनेश्वर
फर्स्ट रनरअप
टीम का नाम : आयरन गर्ल्स ; कैंपस का नाम : आईआईएम शिलांग
सेकेंड रनरअप
टीम का नाम : 3 एसेज ; कैंपस का नाम : आईआईएम शिलांग
टीम का नाम : स्ट्राइकर्स ; कैंपस का नाम : एससीएमएचआरडी पुणे