जमशेदपुर: जमशेदपुर के उलीडीह टैंक रोड निवासी आदर्श शर्मा की टाटा स्टील के कलिंगानगर प्लांट परिसर में वज्रपात से मौत हो गई थी. इधर रविवार को आदर्श का शव शहर लाया गया. टीएमएच के शव गृह में शव को रखा गया. सोमवार को आदर्श के परिजनों ने मुआवजे की राशि को लेकर शव लेने से इंकार कर दिया. नीचे भी पढ़े)
परिजनों का कहना है कि जब तक कंपनी प्रबंधन उनके साथ मुआवजे को लेकर वार्तालाप नही करती तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जायेगा. मृतक के चाचा प्रमोद ने बताया कि आदर्श अपने माता पिता का इकलौता बेटा था. एसएनटीआई में पढ़ाई के बाद उसे ट्रेनिंग के लिए कलिंगानगर भेज दिया गया.(नीचे भी पढ़े)
वहां उसे छह माह की ट्रेनिंग लेने के बाद उसे परमानेंट करने की बात कही गई थी. जनवरी में वह परमानेंट होने वाला था पर कोरोना के कारण तारीख आगे बढ़ाई जा रही थी.बीते दिनों वज्रपात के कारण कंपनी परिसर में उसकी उसकी मौत हो गई थी. उन्होंने बताया कि कलिंगानगर में उन्हे तत्काल सहयोग के लिए मात्र 30 हजार रुपए ही दिए जा रहे थे. शव के शहर पहुंचने के बाद एसएनटीआई की ओर से 15 हजार रूपए सहयोग राशि दी जा रही थी और एक बॉन्ड में साइन करने को कहा गया पर परिजनों ने साइन करने से मना कर दिया. (नीचे भी पढ़े)
परिजनों की मांग है कि आदर्श की उम्र मात्र 21 वर्ष थी. वह घर में इकलौता कमाने वाला था. उसके मौत के बाद अब घर में कमाने वाला कोई नहीं है इसलिए कंपनी उसकी हर माह की सैलरी जो उसे मिलनी चाहिए थी अब उसके परिजनों को मिले और कंपनी प्रबंधन इसे लिखित में दे. जब तक उन्हे लिखित में आश्वासन नहीं दिया जाएगा तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जायेगा.