जमशेदपुर : राज्य सरकार के तमाम दावों के बीच वैश्विक संकट के इस दौर में निजी स्कूलों की मनमानी आए दिन बढ़ती ही जा रही है. वैसे निजी स्कूल प्रबंधन की ओर से अभिभावकों को कभी फीस जमा कराए जाने को लेकर दबाव बनाया जा रहा है, तो कभी बच्चों के एडमिशन के मामले में अड़ंगा लगाया जा रहा है. ताजा मामला बिष्टुपुर स्थित मोतीलाल नेहरू पब्लिक स्कूल का है. जहां अब स्कूल प्रबंधन ने 12वीं के बच्चों का नामांकन लेने से इंकार कर दिया है. बताया जाता है कि ये वैसे बच्चे हैं जो इसी स्कूल में पढ़ते थे. और ग्यारहवीं की परीक्षा में फेल कर गए थे. हालांकि सभी बच्चों को री टेस्ट के बाद एडमिशन दिए जाने की बात स्कूल प्रबंधन द्वारा कही गई थी. जिसकी बच्चे लॉकडाुन के दौरान तैयारी कर रहे थे.
वैसे 12 मार्च को रिजल्ट निकलने के बाद स्कूल प्रबंधन द्वारा कॉमर्स और साइंस के विद्यार्थियों के लिए री- टेस्ट के बाद एडमिशन लेने का भरोसा दिलाया गया था, लेकिन अचानक स्कूल प्रबंधन ने यू-टर्न ले लिया. और सभी बच्चों के फिर से उसी क्लास में पढ़ाई जारी रखने का फरमान जारी कर दिया. जिसकी जानकारी मिलते ही आज सभी बच्चों के अभिभावक एमएनपीएस स्कूल पहुंचे और स्कूल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नाराजगी प्रकट की.
अभिभावकों का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से परीक्षा नहीं लिया गया, जबकि वे चाहते हैं कि उनके बच्चों का टेस्ट लिया जाए. लेकिन स्कूल प्रबंधन ने 12वीं में एडमिशन लेने से साफ इनकार कर दिया है. वैसे वैश्विक संकट के इस दौर में निजी स्कूल प्रबंधन और अभिभावकों के बीच टकराव कोई नई बात नहीं है. हालांकि अब समय आ गया है कि सरकार निजी स्कूलों के मामले में सख्ती बरते. वैसे इस मामले में स्कूल प्रबंधन की ओर से कुछ भी बताने से मना कर दिया गया.